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PM Gramin Awas Yojana Survey Verification : पी.एम आवास सर्वे आवेदन के बाद ऐसे होगा आपका वैरिफिकेशन

By Uvaid Aalam

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Awas Yojana Survey Verification : भारत सरकार द्वारा ग्रामीण गरीबों के लिए चलाई जा रही प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना (PM Gramin Awas Yojana) एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य ऐसे परिवारों को पक्का मकान देना है, जिनके पास खुद का रहने के लिए कोई पक्का घर नहीं है। इस योजना के तहत चयन सर्वे प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है। लेकिन कई लोगों को यह जानकारी नहीं होती कि पी.एम आवास सर्वे आवेदन के बाद उनका वैरिफिकेशन किस तरह से होता है।

इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि PM Gramin Awas Yojana Survey Verification कैसे किया जाता है, कौन अधिकारी इसका निरीक्षण करते हैं और वैरिफिकेशन के दौरान किन बातों का ध्यान रखा जाता है।

पीएम आवास योजना की जानकारी

प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण (PMAY-G) की शुरुआत केंद्र सरकार ने 2016 में की थी। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले ऐसे लोगों को पक्का घर देना है जिनके पास खुद का मकान नहीं है या फिर कच्चे मकान में रह रहे हैं। सरकार प्रत्येक लाभार्थी को 1.20 लाख से लेकर 1.30 लाख रुपए तक की सहायता राशि प्रदान करती है, जिससे वे अपना पक्का मकान बना सकें।

इस योजना में शामिल होने के लिए ग्रामीण सर्वेक्षण प्रक्रिया के माध्यम से लोगों का चयन किया जाता है। यह सर्वे पंचायत स्तर पर होता है, जिसमें आवेदकों की स्थिति को भली-भांति जांचा जाता है।

PM Gramin Awas Yojana Survey कैसे होता है

PM Gramin Awas Yojana Survey Verification की प्रक्रिया बहुत ही पारदर्शी और चरणबद्ध होती है। सबसे पहले पंचायत स्तर पर एक सर्वे टीम बनाई जाती है। यह टीम घर-घर जाकर उन परिवारों की सूची बनाती है जिनके पास रहने के लिए पक्का मकान नहीं है या जिनका जीवन स्तर निम्न है।

इस दौरान लाभार्थी से कुछ जरूरी दस्तावेज भी लिए जाते हैं, जैसे कि आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक पासबुक और आय प्रमाण पत्र आदि।

इस प्रक्रिया के बाद ये सारे डाटा NIC पोर्टल पर अपलोड कर दिए जाते हैं, जो कि पीएम आवास योजना के लिए अधिकृत पोर्टल होता है।

पीएम आवास योजना में वैरिफिकेशन कब होता है

पी.एम आवास सर्वे आवेदन के बाद जब किसी आवेदक का नाम सूची में आ जाता है, तो उसका फिजिकल वैरिफिकेशन किया जाता है। यह कार्य ग्राम पंचायत सचिव, पंचायत सेवक और ब्लॉक स्तर के अधिकारी मिलकर करते हैं।

वैरिफिकेशन का मुख्य उद्देश्य यह जानना होता है कि आवेदक की स्थिति वास्तव में योजना के मापदंडों के अनुसार है या नहीं। अधिकारी आवेदक के घर पर जाकर जांच करते हैं कि वह किस प्रकार के मकान में रह रहा है, परिवार के सदस्य कितने हैं, और क्या वह अन्य किसी सरकारी योजना का लाभ तो नहीं ले रहा है।

वैरिफिकेशन के बाद क्या होता है

जब आपका वैरिफिकेशन पूरा हो जाता है और अधिकारी द्वारा रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड कर दी जाती है, तो कुछ ही समय में आपको लाभार्थी के रूप में चयन कर लिया जाता है। इसके बाद आपके बैंक खाते में प्रथम किश्त की राशि ट्रांसफर कर दी जाती है, जिससे मकान निर्माण की शुरुआत हो सकती है।

योजना के तहत आमतौर पर तीन किश्तों में पैसा दिया जाता है – पहली किश्त मकान निर्माण की शुरुआत के समय, दूसरी छत डालने पर और तीसरी किश्त घर पूरा होने पर मिलती है।

PM Gramin Awas Yojana Survey Verification कैसे चेक करें

अगर आपने आवेदन किया है और जानना चाहते हैं कि आपका PM Gramin Awas Yojana Survey Verification हुआ है या नहीं, तो आप निम्न तरीकों से इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं:

  • आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: https://pmayg.nic.in
  • Stakeholder” सेक्शन में जाकर “IAY/PMAYG Beneficiary” पर क्लिक करें
  • अपना रजिस्ट्रेशन नंबर डालें
  • OTP वेरीफाई करें और स्टेटस देखें

यहां आप देख सकते हैं कि आपकी आवेदन स्थिति क्या है, आपका नाम लिस्ट में है या नहीं, और वैरिफिकेशन स्टेटस क्या है।

अगर आपका वैरिफिकेशन रिजेक्ट हो गया हो तो क्या करें

कई बार ऐसा होता है कि पीएम आवास योजना के लिए आवेदन करने के बाद वैरिफिकेशन में गड़बड़ी के कारण आवेदन रिजेक्ट हो जाता है। ऐसे में आप दोबारा पंचायत में संपर्क कर सकते हैं और आवश्यक दस्तावेजों के साथ पुनः आवेदन कर सकते हैं। आप अपने ग्राम पंचायत सचिव, बीडीओ ऑफिस या जिला आवास विभाग में जाकर इस बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

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